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जापानी व्यक्ति का अनोखा प्रयोग: 12 साल से हर दिन सिर्फ 30 मिनट की नींद

1 “जापानी व्यक्ति का अनोखा प्रयोग: 12 साल से हर दिन सिर्फ 30 मिनट की नींद”

डाइसुके होरी, एक जापानी व्यक्ति, ने पिछले 12 वर्षों से प्रतिदिन केवल 30 मिनट की नींद ली है। उनका दावा है कि इस आदत ने उनके जीवन को “दोगुना” कर दिया है और उनकी कार्यक्षमता में अद्भुत सुधार किया है। होरी का मानना है कि उच्च गुणवत्ता वाली नींद लंबे समय तक सोने से अधिक महत्वपूर्ण है। उन्होंने जापान शॉर्ट स्लीपर्स ट्रेनिंग एसोसिएशन की स्थापना की है।

2. “कार्यक्षमता में सुधार”

होरी का दावा है कि उन्होंने पिछले 12 वर्षों से प्रतिदिन केवल 30 मिनट की नींद लेकर अपनी कार्यक्षमता में अद्भुत सुधार किया है। उनका मानना है कि गहरी और प्रभावी नींद के छोटे अंतराल भी पर्याप्त हो सकते हैं। जहां वे इस अनोखी नींद की तकनीक के बारे में सिखाते हैं। हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि नींद की कमी से संज्ञानात्मक कार्य, प्रतिरक्षा प्रणाली, और चयापचय पर बुरा असर पड़ सकता है।

3. “नींद की नई परिभाषा”

डाइसुके होरी ने नींद की एक नई परिभाषा दी है,  पिछले 12 वर्षों से दावा करते हैं कि इस आदत ने उनके जीवन को “दोगुना” कर दिया है विशेषज्ञों का मानना है कि यह आदत स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है।

4. “काम बढ़ाने का तरीका”

होरी का मानना है कि उन्होंने काम की दक्षता बढ़ाने का एक अनोखा तरीका खोजा है: प्रतिदिन केवल 30 मिनट की नींद, होरी ने इस आदत को अपनाया है और दावा किया है कि इससे उनकी कार्यक्षमता में अद्भुत सुधार हुआ है हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि नींद की कमी से संज्ञानात्मक कार्य, प्रतिरक्षा प्रणाली, और चयापचय पर बुरा असर पड़ सकता है।

5. “दावा सिर्फ 30 मिनट की नींद से जीवन दोगुना”

डाइसुके होरी का दावा है कि पिछले 12 वर्षों से प्रतिदिन केवल 30 मिनट की नींद लेने से उनका जीवन “दोगुना” हो गया है। उनका मानना है कि उच्च गुणवत्ता वाली नींद लंबे समय तक सोने से अधिक महत्वपूर्ण है हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि यह आदत दीर्घकालिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है।

6. “ होरी की नींद पर्याप्त है”

डाइसुके होरी का मानना है कि प्रतिदिन केवल 30 मिनट की नींद पर्याप्त हो सकती है। उन्होंने इस आदत को अपनाया है और दावा किया है कि इससे उनकी कार्यक्षमता में अद्भुत सुधार हुआ है, हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि नींद की कमी से संज्ञानात्मक कार्य, प्रतिरक्षा प्रणाली, और चयापचय पर बुरा असर पड़ सकता है।

7. “नींद और कार्यक्षमता: डाइसुके होरी का 12 साल का अनोखा सफर”

डाइसुके होरी का 12 साल का अनोखा सफर नींद और कार्यक्षमता के बीच के संबंध को दर्शाता है। पिछले 12 वर्षों से, होरी ने प्रतिदिन केवल 30 मिनट की नींद ली है   

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