शनिवार की रात एक दुखद घटना घटी जब राम मनोहर लोहिया राष्ट्रीय विधि विश्व विद्यालय में 19 वर्ष के छात्रा अपने छत्रवास के कमरे में मृत पाई गई, जिससे विश्वविद्यालय के समुदाय को भी गहरी चोट पहुँची।
एक छात्रा की दुखद मौत
अनिका रस्तोगी, जो लखनऊ के डॉ. राम मनोहर लोहिया राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय की एक छात्रा थी, उनकी मौत एक बहुत ही दुखद घटना है।
छात्रा की Education
अनिका रस्तोगी
राम मनोहर लोहिया राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय (RMLNLU) के होस्टल में LLB 3rd year की छात्रा थी, उनका एडमिशन CLAT (Common Law Admission Test) के जरिए हुआ था, यूनिवर्सिटी के प्रवक्ता डॉ. शशांक शेखर ने बताया कि अनिका पढ़ने में होशियार थी और हमेशा आगे की सीट पर बैठा करती थी।
छात्रा मौत का कारण
अनिका रस्तोगी की उनकी मौत का कारण हार्ट अटैक था, अनिका को हार्ट प्रॉब्लम थी, और उनके अब तक तीन हार्ट ऑपरेशन हो चुके थे।
अनिका रस्तोगी के साथी कमरे में पहुंचे, तो वे अनिका को बेहोश पड़ी हुई फर्श पर पाए, उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। अभी तक उनकी मौत की वजह साफ नहीं है, और पुलिस पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है।
छात्रा के पिता
अनिका के पिता, IPS संतोष रस्तोगी, नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) में दिल्ली में IG
(इंस्पेक्टर जनरल) के पद पर काम कर रहे हैं। यह एक बड़ी और महत्वपूर्ण पद है, जिसमें वे देश की सुरक्षा और न्यायिक प्रक्रिया के मामलों में निर्णायक भूमिका निभाते हैं।
NIA भारत सरकार की एक विशेष जांच एजेंसी है, जो आतंकवाद, आतंकी गतिविधियों, धार्मिक आतंकवाद, और अन्य गंभीर अपराधों की जांच करती है। इसका मुख्य उद्देश्य देश की सुरक्षा और एक सुरक्षित वातावरण बनाना है।
संतोष रस्तोगी जैसे अधिकारियों का काम अत्यधिक जिम्मेदारी और साहस से भरपूर होता है। उनका योगदान देश के न्यायिक प्रक्रिया को सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण है।
पिता, IPS संतोष रस्तोगी, ने बयान दिया वे अपनी बेटी की मौत को गहराई से महसूस कर रहे है।
अनिका रस्तोगी की मौत के संदेश
अनिका रस्तोगी की मौत एक दुखद घटना है जो हमें यह याद दिलाती है कि हमें अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना बहुत महत्वपूर्ण है। उनकी तीन हार्ट ऑपरेशन की कहानी हमें यह सिखाती है कि जीवन में संघर्षों का सामना करने की क्षमता और साहस हमें आगे बढ़ने में मदद कर सकते हैं।
इस दुखद समय में, हम उनके परिवार और दोस्तों के साथ हैं और उनके दुख को समझते हैं। यह घटना हमें याद दिलाती है कि हमें अपने प्रियजनों के साथ समय बिताने का मौका नहीं छोड़ना चाहिए और हमें अपने स्वास्थ्य का सावधानीपूर्वक ध्यान रखना चाहिए।